पूरी दुनिया में 'सबसे नेक जज' (World's Kindest Judge) के नाम से मशहूर फ्रैंक कैप्रियो का 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उन्होंने अग्नाशय कैंसर से एक लंबी और साहसिक लड़ाई लड़ने के बाद मंगलवार को अंतिम सांस ली। जज कैप्रियो सिर्फ एक न्यायाधीश नहीं, बल्कि लाखों लोगों के लिए प्रेरणा थे, जिन्होंने अपनी अदालत को मानवता और दयालुता का मंच बना दिया था। उनके निधन की खबर से दुनिया भर में उनके प्रशंसक शोक में डूब गए हैं।
गरीबी से 'दुनिया के सबसे नेक जज' बनने तक का सफर
फ्रैंक कैप्रियो का जन्म 24 नवंबर, 1936 को प्रोविडेंस, रोड आइलैंड में एक इतालवी-अमेरिकी अप्रवासी परिवार में हुआ था। उनका बचपन बेहद संघर्षपूर्ण रहा। उन्होंने परिवार की मदद के लिए डिशवॉशर और शू-शाइनर जैसे काम भी किए। तमाम मुश्किलों के बावजूद उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी और सफोल्क यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ लॉ से कानून की डिग्री हासिल की। 1985 में, उन्हें प्रोविडेंस म्यूनिसिपल कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया, जहाँ उन्होंने लगभग चार दशकों तक सेवा की।
कोर्टरूम में मानवता की मिसाल: क्यों कहलाए 'सबसे नेक जज'?
जज कैप्रियो को उनके अद्वितीय न्यायिक दृष्टिकोण के लिए जाना जाता था। वह कानून की कठोरता से परे जाकर मामलों को मानवीय नजरिए से देखते थे। वे अक्सर गरीब, बुजुर्ग या मुश्किल परिस्थितियों से गुजर रहे लोगों के ट्रैफिक चालान माफ कर देते थे या उन्हें आसान भुगतान के विकल्प देते थे।
उनकी अदालत का सबसे यादगार पल वह होता था, जब वे आरोपी के बच्चों को अपनी बेंच पर बुलाकर उनसे बात करते थे। यह तरीका न केवल अदालत के तनावपूर्ण माहौल को हल्का करता था, बल्कि यह भी दिखाता था कि न्याय सहानुभूति के साथ भी किया जा सकता है।
'Caught in Providence' से मिली दुनिया भर में पहचान
जज कैप्रियो को अंतरराष्ट्रीय प्रसिद्धि उनके टीवी शो "Caught in Providence" से मिली। इस शो में उनकी अदालत की वास्तविक कार्यवाही को दिखाया जाता था। सोशल मीडिया, खासकर टिकटॉक और यूट्यूब पर शो के क्लिप्स वायरल हो गए, जिन्हें अरबों बार देखा गया। इन वीडियो ने उन्हें "दुनिया का सबसे नेक जज" बना दिया और वह वैश्विक आइकन बन गए।
कैंसर से आखिरी सांस तक लड़ी जंग
दिसंबर 2023 में, जज कैप्रियो ने खुद यह घोषणा की थी कि उन्हें अग्नाशय कैंसर है। इसके बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अपनी स्वास्थ्य स्थिति के बारे में सोशल मीडिया पर लगातार जानकारी देते रहे। उन्होंने अपने प्रशंसकों से प्रार्थना करने का अनुरोध किया, और दुनिया भर से लाखों लोगों ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
एक विरासत जो हमेशा रहेगी याद
जज फ्रैंक कैप्रियो को उनकी करुणा, विनम्रता और मानवता के लिए हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने यह साबित किया कि न्याय का मतलब सिर्फ सजा देना नहीं, बल्कि लोगों को समझना और उन्हें दूसरा मौका देना भी है। 2023 में उनकी सेवानिवृत्ति के बाद, प्रोविडेंस सिटी काउंसिल ने उनके सम्मान में कोर्टरूम का नाम "द चीफ जज फ्रैंक कैप्रियो कोर्टरूम" रख दिया था।
उनके निधन से दुनिया ने एक महान आत्मा को खो दिया है, लेकिन उनकी विरासत हमेशा लोगों को प्रेरित करती रहेगी। वह सचमुच 'दुनिया के सबसे नेक जज' थे और हमेशा रहेंगे।