नई दिल्ली, 17 अगस्त 2025 — राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 को लेकर बड़ा राजनीतिक दांव चला है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने महाराष्ट्र के मौजूदा राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है।
घोषणा उस समय हुई जब नई दिल्ली में भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक आयोजित की गई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। बैठक के बाद भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कहा— “यह नाम सिर्फ एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि अनुभव, जनसेवा और राष्ट्र निर्माण की सोच का प्रतिनिधित्व है।”
✨ सीपी राधाकृष्णन: कौन हैं ये चेहरे जिनके नाम पर NDA ने खेला बड़ा दांव?
68 वर्षीय सीपी राधाकृष्णन, राजनीति के ऐसे सिपाही हैं जिन्होंने चार दशकों से ज़्यादा समय सार्वजनिक जीवन में जनता की सेवा को समर्पित किया है।
- शुरुआत हुई RSS स्वयंसेवक से।
- आगे बढ़ते हुए वह कोयंबटूर से दो बार सांसद चुने गए।
- तमिलनाडु में भाजपा संगठन को खड़ा करने का श्रेय भी इन्हीं को दिया जाता है।
- जनता से जुड़ने के लिए उनकी यात्राएँ, पदयात्राएँ और रथ यात्राएँ आज भी मिसाल मानी जाती हैं।
उनकी खासियत यह है कि वह सिर्फ राजनीति नहीं, बल्कि लोगों की ज़मीन से जुड़ी परेशानियों को समझकर उन्हें हल करने की ईमानदार कोशिश करते रहे।
🏛️ राज्यपाल और संवैधानिक पदों का अनुभव
राजनीतिक सफर के साथ-साथ उन्होंने कई संवैधानिक पद भी संभाले:
- फरवरी 2023 से जुलाई 2024 – झारखंड के राज्यपाल
- तेलंगाना और पुडुचेरी का अतिरिक्त प्रभार
- 2016 से 2020 – कॉयर बोर्ड के अध्यक्ष, जहाँ उन्होंने नारियल उद्योग और MSME सेक्टर के लिए अहम काम किए
यह अनुभव दिखाता है कि वह केवल राजनीति ही नहीं, प्रशासन और उद्योग जगत में भी योगदान दे चुके हैं।
🗳️ क्यों अहम है यह उपराष्ट्रपति चुनाव?
9 सितंबर 2025 को होने वाला यह चुनाव बेहद अहम इसलिए है क्योंकि मौजूदा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दे दिया था।
नामांकन की आखिरी तारीख 22 अगस्त है और भाजपा की कोशिश है कि यह चुनाव सर्वसम्मति से हो। नड्डा ने विपक्ष से अपील की— “यह सीट अनुभव और मर्यादा की है। राधाकृष्णन जैसे नेता को निर्विरोध समर्थन मिलना चाहिए।”
🤝 विपक्ष और क्षेत्रीय दलों की प्रतिक्रिया
दिलचस्प बात यह है कि DMK जैसे विपक्षी दल भी राधाकृष्णन की दावेदारी पर सकारात्मक संकेत दे रहे हैं। DMK प्रवक्ता ने कहा— “तमिलनाडु से किसी नेता का उपराष्ट्रपति पद के लिए चुना जाना हमारे लिए गर्व की बात है।”
यह साफ संकेत है कि उनकी छवि पार्टी लाइनों से ऊपर उठकर स्वीकार्य है।
🌏तमिलनाडु भाजपा का मजबूत स्तंभ: रथ यात्रा और पदयात्राओं से बनी पहचान
सिर्फ नामांकन नहीं, इस फ़ैसले के पीछे भाजपा का राजनीतिक गणित भी है।
- तमिलनाडु विधानसभा चुनाव 2026 से पहले यह नामांकन बीजेपी के लिए भावनात्मक और रणनीतिक बढ़त ला सकता है।
- दक्षिण भारत में भाजपा की पकड़ को मज़बूत करने के लिए राधाकृष्णन जैसे सम्मानित चेहरे का चुनाव पार्टी के लिए मास्टरस्ट्रोक है।
👤 निजी जीवन की झलक: पढ़ाई, खेल और बहुमुखी व्यक्तित्व से कैसे बने प्रेरणा स्रोत
- जन्म: 20 अक्टूबर 1957, तिरुप्पुर (तमिलनाडु)
- शिक्षा: BBA स्नातक
- खेल प्रेम: कॉलेज में टेबल टेनिस चैंपियन और लॉन्ग डिस्टेंस रनर
खेल और शिक्षा के बीच संतुलित इनका जीवन बताता है कि राधाकृष्णन हमेशा से अनुशासन, जुनून और बहुमुखी प्रतिभा का संगम रहे हैं।