अंतर्राष्ट्रीय समाचार

 


अंतर्राष्ट्रीय तनाव: यूक्रेन और गाजा युद्ध की ताजा स्थिति और मानवीय संकट

अगस्त 2025 के मध्य तक, वैश्विक परिदृश्य दो बड़े और गहरे संघर्षों – रूस-यूक्रेन युद्ध और गाजा में चल रहे युद्ध – से घिरा हुआ है, जिनके कूटनीतिक प्रयास और भयावह मानवीय परिणाम लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। इन संघर्षों का प्रभाव केवल युद्धग्रस्त क्षेत्रों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह अंतर्राष्ट्रीय संबंधों, अर्थव्यवस्थाओं और मानवीय सहायता प्रणालियों पर भी गहरा असर डाल रहा है। आइए, इन दोनों प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय संघर्षों की नवीनतम स्थिति और उनके मानवीय आयामों पर विस्तार से नज़र डालें।

रूस-यूक्रेन युद्ध: शांति वार्ता और लगातार हमले

रूस-यूक्रेन युद्ध, जो फरवरी 2014 में क्रीमिया पर रूस के कब्जे के साथ शुरू हुआ था और फरवरी 2022 में पूर्ण पैमाने पर आक्रमण में बदल गया, तब से यूरोप में सबसे बड़ा सैन्य संघर्ष और शरणार्थी संकट बना हुआ है। नवीनतम अपडेट के अनुसार, शांति वार्ता पर जोर बढ़ गया है, लेकिन मोर्चे पर संघर्ष जारी है। **कूटनीतिक प्रयास:** यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की, कई यूरोपीय नेताओं के साथ, वाशिंगटन डीसी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात कर युद्ध को समाप्त करने पर चर्चा कर रहे हैं। इससे पहले, अलास्का में ट्रम्प और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच एक शिखर सम्मेलन भी हुआ था। पुतिन ने कथित तौर पर संघर्ष को रोकने के बदले में यूक्रेन के डोनेट्स्क क्षेत्र पर पूर्ण नियंत्रण की मांग की है। हालांकि, यूक्रेन इस प्रस्ताव को खारिज कर रहा है और किसी भी क्षेत्र को छोड़ने से इनकार कर रहा है। व्हाइट हाउस के दूत स्टीव विटकोफ ने 17 अगस्त को घोषणा की कि पुतिन यूक्रेन के लिए 'मजबूत सुरक्षा गारंटी' के लिए सहमत हुए हैं, जो नाटो के सामूहिक रक्षा जनादेश के समान हो सकती हैं। ज़ेलेंस्की ने इस घोषणा का स्वागत किया है, लेकिन यूरोपीय भागीदारी पर जोर दिया है। **सैन्य गतिविधियाँ:** कूटनीतिक प्रयासों के बावजूद, सैन्य हमले जारी हैं। 18 अगस्त को रूसी सेना ने डोनेट्स्क क्षेत्र में पाँच लोगों की हत्या कर दी। खार्किव में रूसी ड्रोन हमलों में भी सात लोग मारे गए हैं। वहीं, यूक्रेन ने पोक्रोव्स्क शहर से रूसी सेना को खदेड़ने और सुमी क्षेत्र के याबलुनिव्का इलाके में लगभग 1 किलोमीटर आगे बढ़ने का दावा किया है। रूसी क्षेत्र पर यूक्रेनी ड्रोन हमले भी जारी हैं, जिसमें बेलगोरोद क्षेत्र में एक वाणिज्यिक सुविधा पर हमला शामिल है। इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर (ISW) का आकलन है कि रूस अभी भी गढ़वाले या शहरी क्षेत्रों पर तेजी से कब्जा करने में असमर्थ है। **मानवीय प्रभाव और रूसी उद्देश्य:** इस संघर्ष ने लाखों लोगों को आंतरिक रूप से विस्थापित और शरणार्थी बना दिया है। रूस ने 2025 तक यूक्रेन के लगभग 20% हिस्से पर कब्जा कर लिया है, जिसमें डोनबास क्षेत्र के बड़े हिस्से शामिल हैं। पुतिन की मांगें अब भी युद्ध के 'मूल कारणों' को संबोधित करने पर केंद्रित हैं, जो यूक्रेन से परे नाटो के साथ बातचीत तक फैली हुई हैं। क्रेमलिन का मानना है कि रूसी समाज और सेना एक त्वरित शांति समझौते को 'समझ' नहीं पाएंगे, जब तक कि रूस अपने मूल युद्ध उद्देश्यों को प्राप्त न कर ले।

गाजा युद्ध: अकल्पनीय मानवीय संकट

गाजा पट्टी में अक्टूबर 2023 से चल रहा संघर्ष एक अकल्पनीय और तेजी से बिगड़ते मानवीय संकट का कारण बन गया है। लगभग 2.1 मिलियन की पूरी आबादी को तत्काल सहायता की आवश्यकता है, और व्यापक विस्थापन, अकाल का गंभीर खतरा, ध्वस्त स्वास्थ्य सेवा प्रणाली और मानवीय सहायता वितरण में महत्वपूर्ण बाधाएं इस संकट की प्रमुख विशेषताएं हैं। **विस्थापन और भुखमरी:** गाजा की लगभग 90% आबादी, लगभग 1.9 मिलियन लोग, आंतरिक रूप से विस्थापित हो गए हैं, जिनमें से कई को कई बार जगह बदलनी पड़ी है। 13 अगस्त, 2025 तक, गाजा पट्टी का 86% से अधिक हिस्सा इजरायली-सैन्यीकृत क्षेत्र या विस्थापन आदेशों के तहत है, जिससे सुरक्षित आश्रय सीमित हो गया है। संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि गाजा की 100% आबादी 'उच्च स्तर की तीव्र खाद्य असुरक्षा' का सामना कर रही है, और जुलाई 2025 तक लगभग 20% 'विनाशकारी स्तर' पर हैं। 18 अगस्त, 2025 तक, गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने 24 घंटों में भुखमरी से पाँच मौतों की सूचना दी, जिनमें दो बच्चे शामिल थे, जिससे कुल भुखमरी से संबंधित मौतों की संख्या 263 हो गई, जिनमें 112 बच्चे शामिल हैं। एमनेस्टी इंटरनेशनल ने इजरायल पर गाजा में 'जानबूझकर भुखमरी की नीति' अपनाने का आरोप लगाया है। **स्वास्थ्य सेवा का पतन:** गाजा में चिकित्सा प्रणाली पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। अस्पताल अपनी क्षमता से कहीं अधिक काम कर रहे हैं और आवश्यक दवाओं की गंभीर कमी का सामना कर रहे हैं। सार्वजनिक स्वास्थ्य की स्थिति विनाशकारी है, और भुखमरी व बीमारियों से होने वाली मौतें बढ़ रही हैं। डॉक्टरों विदाउट बॉर्डर्स (MSF) जैसी संस्थाओं ने बताया है कि गाजा में प्रवेश करने वाले सहायता ट्रकों की संख्या में भारी कमी आई है, जो पहले प्रतिदिन 500 से घटकर अब लगभग न के बराबर रह गई है। **सहायता पहुंच में चुनौतियाँ:** मानवीय सहायता की पहुंच पर गंभीर प्रतिबंध लगे हुए हैं, जिससे 2 मिलियन से अधिक लोगों को आवश्यक सहायता पहुँचाने की क्षमता बाधित हो रही है। 100 से अधिक सहायता समूहों ने कहा है कि नए, कड़े कानून, जो विदेशी सहायता को विनियमित करते हैं, के कारण गाजा में आपूर्ति लाने के कई अनुरोध खारिज कर दिए गए हैं। संयुक्त राष्ट्र राहत एवं कार्य एजेंसी (UNRWA) को पांच महीने से अधिक समय से गाजा में कोई मानवीय सहायता, जिसमें दवाएं और चिकित्सा आपूर्ति शामिल हैं, लाने की अनुमति नहीं मिली है। सहायता मांग रहे लोगों को भी लगातार खतरों का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें भोजन प्राप्त करने की कोशिश करते समय मौतें और चोटें शामिल हैं। **हताहतों की संख्या:** गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 7 अक्टूबर, 2023 से 13 अगस्त, 2025 के बीच गाजा में 61,722 से अधिक लोग मारे गए हैं और 154,525 से अधिक घायल हुए हैं। इसमें 18,430 बच्चे और 9,735 महिलाएं शामिल हैं। **अंतर्राष्ट्रीय आह्वान:** अंतर्राष्ट्रीय संगठन तत्काल और स्थायी युद्धविराम, नागरिकों और बुनियादी ढांचे की सुरक्षा, और मानवीय सहायता के अप्रतिबंधित प्रवाह में भारी वृद्धि के लिए लगातार आह्वान कर रहे हैं ताकि संकट को और बिगड़ने से रोका जा सके। मिस्र ने भी कहा है कि इजरायली प्रतिबंध हटाते ही वह गाजा को मानवीय सहायता से 'भरने' के लिए तैयार है। ये दोनों संघर्ष वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए गंभीर चुनौतियां पेश करते हैं। जबकि कूटनीतिक प्रयास जारी हैं, जमीनी स्तर पर मानवीय पीड़ा और संघर्ष जारी है, जो तत्काल अंतर्राष्ट्रीय ध्यान और कार्रवाई की मांग करता है।