मराठी मनोरंजन जगत से एक दुखद खबर सामने आई है। वयोवृद्ध और बेहद लोकप्रिय अभिनेत्री ज्योति चांदेकर का 68 वर्ष की आयु में पुणे में निधन हो गया है। उनका निधन शनिवार, 16 अगस्त, 2025 को हुआ, और इस खबर ने पूरे मराठी फिल्म और टेलीविजन उद्योग को गहरे सदमे में डाल दिया है। ज्योति चांदेकर, जिन्हें दर्शकों ने 'ठरलं तर मग' सीरियल में 'पूर्णा आजी' के यादगार किरदार में देखा था, लंबे समय से बीमार चल रही थीं और पिछले कुछ दिनों से पुणे के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।
'पूर्णा आजी' के रूप में अमिट छाप
ज्योति चांदेकर ने पिछले ढाई सालों से स्टार प्रवाह पर प्रसारित होने वाले लोकप्रिय मराठी धारावाहिक 'ठरलं तर मग' में 'पूर्णा आजी' का किरदार निभाया था। यह किरदार घर-घर में इतना लोकप्रिय हो गया था कि दर्शक उन्हें उनके असली नाम से कम और 'पूर्णा आजी' के नाम से ज्यादा जानने लगे थे। उनके इस किरदार में एक दादी की ममता, बुद्धिमत्ता और कभी-कभी हास्य का ऐसा मिश्रण था जिसने दर्शकों के दिलों को छू लिया था। उनकी सहज अभिनय शैली और प्रभावशाली संवाद अदायगी ने इस किरदार को जीवंत कर दिया था। टीवी पर उनके स्वस्थ दिखने के बावजूद उनके निधन की खबर से प्रशंसकों को विश्वास नहीं हो रहा है, और सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि का तांता लगा हुआ है। कई प्रशंसकों ने इस बात पर हैरानी जताई है कि उन्हें अभी भी 'ठरलं तर मग' के नवीनतम एपिसोड में देख रहे थे।
मराठी इंडस्ट्री में शोक की लहर
ज्योति चांदेकर के निधन से मराठी मनोरंजन जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। स्टार प्रवाह, जिस चैनल पर 'ठरलं तर मग' प्रसारित होता है, ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पेज पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। चैनल ने मराठी में एक कैप्शन के साथ लिखा, जिसका हिंदी अनुवाद है, "सभी की प्यारी पूर्णा दादी यानी वयोवृद्ध अभिनेत्री ज्योति चांदेकर को भावभीनी श्रद्धांजलि।" यह दर्शाता है कि चैनल और उनके साथी कलाकार उन्हें कितना सम्मान देते थे और उनसे कितना जुड़ाव महसूस करते थे। कई फिल्म निर्माता, निर्देशक और कलाकारों ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं, उन्हें एक अद्भुत कलाकार और एक बेहतरीन इंसान बताया है।
स्वास्थ्य चुनौतियां और अटूट समर्पण
ज्योति चांदेकर ने अपने जीवन के अंतिम वर्षों में कई स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना किया। पिछले साल 'ठरलं तर मग' की शूटिंग के दौरान उन्हें सोडियम का स्तर कम होने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उस समय उन्होंने सीरियल से दो महीने का ब्रेक लिया था। उनकी बेटी, जानी-मानी मराठी अभिनेत्री तेजस्विनी पंडित ने दिसंबर 2023 में खुलासा किया था कि ज्योति चांदेकर को स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं, जिसमें रीढ़ की हड्डी और पित्ताशय की सर्जरी शामिल थी, के कारण दो सप्ताह के लिए आईसीयू में रहना पड़ा था। इन सभी बाधाओं के बावजूद, ज्योति चांदेकर ने अभिनय के प्रति अपना जुनून नहीं छोड़ा। उन्होंने अपने काम को पूरी लगन और समर्पण के साथ जारी रखा। यह उनकी कला के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है कि 68 साल की उम्र में भी वे सक्रिय रूप से काम कर रही थीं और उन्होंने अक्टूबर 2024 में एक नई कार भी खरीदी थी, जो उनके जीवन के प्रति उत्साह को दर्शाता है।
तेजस्विनी पंडित की मां और एक प्रेरक शक्ति
ज्योति चांदेकर प्रसिद्ध मराठी अभिनेत्री तेजस्विनी पंडित की मां थीं। तेजस्विनी ने अपनी मां के निधन की खबर इंस्टाग्राम स्टोरीज पर साझा की, जिसने प्रशंसकों के दुख को और बढ़ा दिया। मां-बेटी की यह जोड़ी पहले भी कई परियोजनाओं में साथ काम कर चुकी है। उन्होंने प्रशंसित फिल्म 'तिचा उंबरठा' में एक साथ अभिनय किया था, जहाँ ज्योति ने तेजस्विनी की सास की भूमिका निभाई थी। इसके अलावा, उन्होंने 2010 की मराठी फिल्म 'मी सिंधुताई सपकाल' में भी काम किया था, जो सामाजिक कार्यकर्ता सिंधुताई सपकाल के जीवन पर आधारित थी। इस फिल्म में दोनों ने सिंधुताई सपकाल के अलग-अलग उम्र के किरदारों को निभाया था। यह सहयोग उनकी पेशेवर और व्यक्तिगत बंधन की गहराई को दर्शाता है।
एक लंबी और शानदार यात्रा का अंत
ज्योति चांदेकर का अभिनय करियर पांच दशकों से भी अधिक लंबा था, जिसकी शुरुआत उन्होंने मात्र 12 साल की उम्र में की थी। इस दौरान उन्होंने 200 से अधिक पुरस्कार जीते। उन्हें अपने अभिनय के लिए प्रतिष्ठित 'बालगंधर्व जीवन गौरव पुरस्कार' से भी सम्मानित किया गया था। 'ठरलं तर मग' के अलावा, उन्हें 'ढोलकी', 'पाऊलवाट', 'सलाम', 'सांजपर्व', ''गुरु', और 'तिचा उंबरठा' जैसी फिल्मों में उनकी भूमिकाओं के लिए जाना जाता है। उन्होंने 'तू सौभाग्यवती हो' और 'छतरीवाली' जैसे लोकप्रिय टीवी शो में भी काम किया।
उनका अंतिम संस्कार रविवार, 17 अगस्त, 2025 को सुबह 11 बजे पुणे के वैकुंठ श्मशान घाट पर किया जाएगा। ज्योति चांदेकर ने मराठी सिनेमा और टेलीविजन में एक ऐसी विरासत छोड़ी है जिसे लंबे समय तक याद किया जाएगा। उनका योगदान, उनकी प्रतिभा और उनके द्वारा निभाए गए यादगार किरदार हमेशा प्रशंसकों के दिलों में जीवित रहेंगे। उनकी आत्मा को शांति मिले।